Field Marshal - आखिर फील्ड मार्शल ट्रेंड में क्यों है?

भारत में 'फील्ड मार्शल' शब्द इन दिनों सोशल मीडिया और समाचारों में काफी चर्चा में है क्योंकि पाकिस्तान ने अपने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया है। यह पदोन्नति 1965 के बाद पहली बार हुई है, जब जनरल अयूब खान ने स्वयं को इस पद पर नियुक्त किया था। यह निर्णय पाकिस्तान सरकार द्वारा हाल ही में भारत के साथ हुए सैन्य संघर्ष के बाद लिया गया है। हालांकि पाकिस्तान को भारत से मुँह की खानी पड़ीं, फिर यह असीम मुनीर की पदोन्नत लोगो को हैरत में डाल रही है। इसी वजह से भारत में लोग इनकी meme शेयर कर रहे हैं और मज़ाक बना रहे हैं। 

खैर आइए जानते हैं कि फील्ड मार्शल कौन होता है, उसका कार्य क्या होता है, और क्यों यह पद फिर से चर्चा में है।

Field Marshal



फील्ड मार्शल क्या करता है?

फील्ड मार्शल भारतीय थल सेना का सबसे ऊँचा और सम्मानजनक पद होता है। यह एक पाँच सितारा रैंक है, जो आमतौर पर युद्धकाल में असाधारण नेतृत्व और रणनीति के लिए दिया जाता है। यह एक सेवानिवृत्त सम्मान होता है, और उस पद पर तैनात अधिकारी का सेना के प्रशासनिक कार्यों में दैनिक हस्तक्षेप नहीं होता।


वर्तमान में भारत का फील्ड मार्शल कौन है?

भारत में अब तक केवल दो लोगों को ही फील्ड मार्शल का सम्मान प्राप्त हुआ है:

  1. फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ – 1971 के भारत-पाक युद्ध के नायक।

  2. फील्ड मार्शल के. एम. करिअप्पा – स्वतंत्र भारत के पहले सेना प्रमुख।

वर्तमान में भारत में कोई सक्रिय फील्ड मार्शल नहीं है। यह रैंक आज भी ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक महत्व रखती है।


फील्ड मार्शल कितना शक्तिशाली होता है?

फील्ड मार्शल रैंक पाँच सितारा अधिकारी होती है, जो थल सेना के किसी भी अन्य रैंक से ऊपर होती है। हालांकि यह पद आमतौर पर सक्रिय नहीं होता, लेकिन इसका दर्जा और सम्मान बहुत ऊँचा होता है। फील्ड मार्शल को आजीवन विशेष सुविधा, सरकारी बंगला, सचिवीय स्टाफ, और सैन्य सम्मान प्राप्त होता है।


फील्ड मार्शल की सैलरी कितनी होती है?

हालाँकि फील्ड मार्शल पद एक सेवानिवृत्त उपाधि होती है, फिर भी उसे आजीवन एक पूर्ण वेतन और विशेष भत्ते दिए जाते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, फील्ड मार्शल को एक जनरल के समकक्ष वेतन और सुविधाएं मिलती हैं, जो लगभग ₹2.5 लाख प्रति माह या उससे अधिक हो सकती है, साथ ही कई गैर-मौद्रिक सुविधाएं जैसे सरकारी आवास, चिकित्सा, और सम्मान।


भारतीय सेना में पाँच सितारा अधिकारी कौन होता है?

भारतीय सेना में केवल फील्ड मार्शल को ही पाँच सितारा अधिकारी का दर्जा प्राप्त है। अब तक यह सम्मान केवल दो व्यक्तियों को ही मिला है, जैसा कि ऊपर बताया गया।


क्या मार्शल एक उच्च पद है?

हाँ, मार्शल (या फील्ड मार्शल) एक अत्यंत उच्च पद होता है। भारतीय सैन्य संरचना में यह थल सेना का सर्वोच्च रैंक है, जिसे केवल अत्यंत असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है। इसे पाने वाला अधिकारी न केवल सैन्य इतिहास का हिस्सा बन जाता है, बल्कि राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक भी होता है।


निष्कर्ष

'फील्ड मार्शल' केवल एक रैंक नहीं बल्कि एक सम्मान और विरासत का प्रतीक है। यह उन विरले सैनिकों को दिया जाता है जिन्होंने देश की रक्षा में अपना जीवन समर्पित किया हो। यह पद भारतीय सेना की शान है और जब भी इसका नाम आता है, हर भारतीय का सिर गर्व से ऊँचा हो जाता है।

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